इस सभा को कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने भी संबोधित किया। तभी सभा को रोकने के लिए एमएनएस के कुछ कार्यकर्ता वहां पहुंच गए। सभा रोकने की कोशिश करने लगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उसी दौरान पहले से बौखलाए फेरीवालों ने उन मनसे कार्यकर्ताओं की जमकर पिटाई कर दी। दोनों तरफ से हुई इस मारपीट में ठाकरे के पांच कार्यकर्ताओं की ठीक से सेवा हो गयी। मौके पर तुरंत पुलिस पहुंची और घायलों को अस्पताल ले गई। फेरीवालों को थाने ले गई।
मुम्बई की रैलियों में ठाकरे डंके की चोट पर ऐलानिया अंदाज में बिहार और यूपी के लोगों को सबक सिखाने की बात करता है। मुम्बई पर उनके बढ़ते प्रभाव को रोकने के तरीके बताता है और सब सुनते-देखते रहते हैं। इस बीच राज ठाकरे के लोग मारपीट को अंजाम देते रहते हैं। ये सब मराठी अस्मिता के नाम पर होता है या मराठियों के रोजगार को छीनने आये उत्तर भारतीयों से दुश्मनी के नाम पर होता है। तब भी 10 साल तक कांग्रेस-एनसीपी की सरकार थी और अब बीजेपी-शिवसेना की सरकार है तब भी, इस शख्स की हिमाकत पर कोई चोट नही करता।
ऐसे में बिहार और यूपी के फेरीवालों ने ऐलान कर दिया है कि अगर राज्य सरकार उनकी और उनके रोजगार की हिफाजत नहीं करती तो राज ठाकरे की उत्पाती सेना से वो इसी तरह निपटेंगे।